Shardh Mas ka mahatva

  प्रिय पाठक गण, 

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि श्राद्ध मास का कृष्ण पक्ष हमारे पितरों को समर्पित होता है। इन 16 दिनों में हम अपने पितरों को याद करते हैं। उन्हें तिलांजलि देते हैं तथा उन्हें भोजन समर्पित करते हैं।भोजन समर्पित करने का मुख्य माध्यम इन दोनों काग अर्थात  कौए को माना जाता है। कहा जाता है कि इस पक्ष में दान,धर्म, दूसरों की मदद करना आदि शुभ रहता है क्योंकि इसका शुभ-लाभ हमारे पितरों तक पहुँचता है और उनकी आत्मा की तृप्ति होती है। विवाह,शुभ संस्कार आदि में सर्वप्रथम पितृ पक्ष का ही स्मरण किया जाता है ताकि उनके आशीर्वाद से सभी दुखों और क्लेशों का अंत किया जा सके । इसी पर आधारित, पितरों को समर्पित, श्राद्ध मास का महत्व बताते हुए एक कविता आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रही हूँ। मैं आशा करती हूँ कि आपको मेरी यह कविता पसंद आएगी । 


श्राद्ध मास का महत्व


याद नहीं रख पाते हैं , हम अपने पुरखों की गाथा । 

श्राद्ध मास में काग भोज,हमें उनकी याद दिलाता।। 

उनके जीवन संघर्षों से ही तो, हम आबाद हुए। 

पराधीनता की जंज़ीरों से भी, हम आज़ाद हुए ।। 

अश्विन मास के कृष्ण पक्ष को, आओ मिलकर करें नमन। 

पितृदोष और विपदाओं का, फिर होगा जीवन से गमन।। 

तिथि पूर्णिमा शुरुआती है, अमावस का है मान बहुत। 

पत्नी और बंधुत्व साथ ले,क्या तर्पण देगा उनका सुत? 

उनकी महिमा, यशगाथा को क्या आगे ले जाएगा ? 

मर्यादित रह सत्कर्मों से क्या कुल का महान बढ़ाएगा? 

दान,धर्म और मानवता ही, मोक्ष के परिचायक हैं। 

चौरासी लाख योनियों में, मानव इसके लायक है।। 

दान करो तुम, धर्म करो तुम,  मानवता का करो चयन। 

पितृपक्ष को याद करो और नितदिन करो उन्हें नमन।। 

नीरू शर्मा


Dear reader,

As you all know that the Krishna side of Shraddha month is dedicated to our forefathers. In these 16 days we remember our forefathers. Tilanjali gives them and dedicates food to them.
Both of these cogs are considered the main means of dedicating food. It is said that charity, religion, helping others etc. are auspicious in this favor because its auspicious benefit reaches our fathers and their soul is satisfied.
In marriage, auspicious rites etc. the ancestral side is first remembered so that all the sorrows and tribulations can be ended by their blessings. Based on this, I am presenting to you a poem dedicated to the fathers, showing the importance of Shraddha month. I hope you like my poem.

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