रे मानव तू नहीं बदला

 

मानव को बुद्धि, विवेक तथा धैर्य के कारण इस धरा पर सबसे उच्च स्थान प्रदान किया गया है  । उसके अंदर ईश्वर ने करुणा, दया तथा परोपकार के मानवीय गुण भरे हैं। लेकिन पुराने समय से ही यह देखा गया है कि मानव अपनी लालची प्रवृत्ति के कारण छल और पाखंड के रास्ते को  ही अपनाता है। मानव को सही रास्ता दिखाने के लिए, शास्त्रों के अनुसार, ईश्वर ने कई रूप धरे हैं ताकि मानव को उसके कर्तव्यों से परिचित कराया जा सके। परंतु मानव  की लालची प्रवृत्ति पर उसका कोई प्रभाव दिखाई नहीं देता है।  


दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल। 

 रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल ।। 


तेरे मन के बैर भाव ने तुझको कर दिया काला है , 

लालच की आँधी ने तुझको पाप कुएँ में डाला है।

बढ़ती इच्छा, तृष्णा का तुझ पर छाया जाल है , 

मानव महामारी का तू ही बना हुआ भूचाल है।। 

दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल । 

रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल।। 


महाभारत के घोर युद्ध ने सबको पाठ पढ़ाया था।, 

ना तृष्णा, ना लालच रखना यह सब को समझाया था ।। 

मानवता ही सर्वोपरि है, मानव में वह व्याप्त है , 

अपने इस सद्गुण को रे सठ ,तूने किया समाप्त है।। 

दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल। 

 रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल।। 


तुझको पाठ पढ़ाने हेतु ईश धरा पर आए थे , 

कभी राम बने, कभी कृष्ण बने, कभी देवी रूप धराए थे। 

पर तूने कभी न कुछ सीखा, नहीं लालच का तूने त्याग किया, 

कुरीति और कुचक्र पथ का भर- भर खूब प्रचार किया।। 

दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल । 

रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल ।। 



तेरा अहम् पतन का पथ है, भ्रम तेरा अभिशाप है, 

प्रगति दौड़ के अंधेपन का तुझ पर छाया ताप है। 

परमाणु के कारण तूने भू को बंजर कर डाला, 

बसुधा से हरियाली छीन कर, उसको बना दिया काला।। 

दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल । 

रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल ।। 


पशु से उसका घर छीना, खग से अंबर छीन लिया, 

पानी से निर्मलता छीनी,  वेग हवा से छीन लिया। 

कलियों से कोमलता छीन कर सूखेपन का त्रास दिया, 

भू वक्ष पर कुठार घोंपकर, तूने खुद का ह्रास  किया।। 

दिन बदला और माह बदला, बदल गया पूरा साल । 

रे मानव पर तू नहीं बदला, तेरा वही है हाल ।। 

(©) नीरू शर्मा

Human being has been given the highest position on this earth due to intelligence, discretion and patience. God has filled human qualities of compassion, kindness and benevolence in him. But it has been seen since ancient times that human beings adopt the path of deceit and hypocrisy due to their greedy tendencies. In order to show the right path to man, according to the scriptures, God has taken many forms in order to make man aware of his duties. But there is no visible effect on human's greedy tendencies.


(©)Neeru Sharma






  

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